गुलाब की ताजी पंखुडि़यों को चबाने या मसूढ़ों पर मलने से पायरिया और सांसों की दुर्गंध दूर होती है।
मुलेठी श्वसन तंत्र में होने वाले संक्रमण के इलाज में बहुत उपयोगी मानी जाती है। मुलेठी को रोजाना चबाने या चूसने से मुंह की दुर्गंध दूर हो जाती है।
फिटकरी को थोड़े से पानी में मिलाकर गरारे करने से पायरिया भी ठीक हो जाता है और सांसों की दुर्गंध भी दूर हो जाती है।
ब्रश को हमेशा सावधानी से दांतों के जोड़ पर ऊपर से नीचे, अंदर से बाहर की और हलके हाथो से करना चाहिए
सरसों के तेल में नमक मिलाकर मसूढ़ों पर मालिश करने से मसूड़े मजबूत होते हैं और दुर्गंध भी कम होती है।
लौंग में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। सांसों की दुर्गंध को दूर करने के लिए लौंग को भूनकर मुंह में लें।